आप की अदालत में मौलाना महमूद मदनी ने कहा, मुख्तार अंसारी ‘गरीबों का मसीहा’ थे

आप की अदालत में मौलाना महमूद मदनी ने कहा, मुख्तार अंसारी 'गरीबों का मसीहा' थे

छवि स्रोत : इंडिया टीवी मौलाना महमूद मदनी

मौलाना महमूद मदनी ने गैंगस्टर से नेता बने दिवंगत मुख्तार अंसारी की जमकर तारीफ की। मऊ सदर सीट से पांच बार विधायक रहे मुख्तार अंसारी की इस साल मार्च में 63 साल की उम्र में बांदा के एक अस्पताल में दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई थी।

मदनी ने कहा, “मैंने कहा था कि वह ‘गरीबों का मसीहा’ था। कृपया उसके इलाके में जाकर लोगों से पूछिए। वे उसे गरीबों की मदद करने वाला व्यक्ति मानते हैं। ऐसा इसलिए नहीं है क्योंकि वह मुसलमान था। यहां तक ​​कि उसके इलाके के 80 प्रतिशत गैर-मुस्लिम भी उसे मुसलमान मानते हैं। वह वास्तव में गरीबों की मदद करने वाला व्यक्ति था। कृपया मुझे एक भी ऐसा मामला बताइए जहां उसने किसी की संपत्ति पर जबरन कब्जा किया हो। मैं यह बात पूरे विश्वास के साथ कह सकता हूं। उसका भाई अब सांसद है। जब कोई मर जाता है, तो हम आम तौर पर उसके बारे में अच्छी बातें करते हैं। जब वह जीवित था, तो मैंने कभी उसकी प्रशंसा नहीं की।”

योगी सरकार द्वारा माफिया सरगनाओं के खिलाफ चलाए गए अभियान के बाद क्या यूपी में कानून-व्यवस्था की स्थिति में सुधार हुआ है, इस पर मौलाना ने कहा, “सरकार को कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए सख्ती से काम करना चाहिए, लेकिन ऐसी कार्रवाई की एक सीमा होनी चाहिए। अगर सीमाएं पार की जाती हैं, तो इसे उचित नहीं ठहराया जा सकता। नियमों का क्रियान्वयन सभी के लिए समान होना चाहिए, अनुचित तरीके से नहीं। मुझे माफिया के खिलाफ कार्रवाई करने पर आपत्ति नहीं है, लेकिन मुझे सीमाएं पार करने पर आपत्ति है। आप किसी व्यक्ति के अपराध के लिए उसके माता-पिता को दंडित नहीं कर सकते।”

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