आईसीएआर-आईआईएसआर, लखनऊ गन्ने के अनुसंधान और विकास में शामिल एक शीर्ष संगठन है, जबकि नामफार्मर्स डॉट कॉम एक मोबाइल आधारित डिजिटल प्लेटफॉर्म है जो दुनिया भर के कृषि हितधारकों को जोड़ता है और डिजिटल मोड में उनकी विभिन्न कृषि सूचना आवश्यकताओं को पूरा करता है।
आईसीएआर-भारतीय गन्ना अनुसंधान संस्थान (आईआईएसआर), लखनऊ ने आईआईएसआर द्वारा विकसित प्रौद्योगिकियों के तेजी से प्रसार के लिए 9 नवंबर 2022 को नामफार्मर्स डॉट कॉम के साथ एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए। आईसीएआर-आईआईएसआर, लखनऊ गन्ने के अनुसंधान और विकास में शामिल एक शीर्ष संगठन है, जबकि नामफार्मर्स डॉट कॉम एक मोबाइल-आधारित डिजिटल प्लेटफॉर्म है जो दुनिया भर के कृषि हितधारकों को जोड़ता है और डिजिटल मोड में उनकी विभिन्न कृषि सूचना आवश्यकताओं को पूरा करता है।
नामफार्मर्स डॉट कॉम कोयंबटूर स्थित तारा ब्लूम्स प्राइवेट लिमिटेड का एक सूचना प्रौद्योगिकी मंच है, जो हितधारकों को कृषि संबंधी जानकारी के डिजिटल संचार को बढ़ावा देता है। यह कृषि के लिए समर्पित एक सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म है और किसानों के लिए बेहतर कीमतों पर कृषि उत्पाद बेचने या खरीदने के लिए सबसे अच्छा ऑनलाइन मार्केटप्लेस है।
यह समझौता ज्ञापन आईआईएसआर द्वारा विकसित प्रौद्योगिकियों के त्वरित प्रसार में सहायक होगा। इस समझौता ज्ञापन पर आईसीएआर-आईआईएसआर, लखनऊ के निदेशक डॉ. एडी पाठक और नामफार्मर्स डॉट कॉम के महाप्रबंधक आसिफ रियाज ने आईसीएआर, नई दिल्ली के एडीजी (सीसी) डॉ. आरके सिंह की उपस्थिति में हस्ताक्षर किए।
इस समझौता ज्ञापन के तहत ICAR-IISR, लखनऊ को NamFarmers.com पर प्रत्येक गन्ना किसान के पंजीकरण के लिए 2 रुपये मिलेंगे। IISR, लखनऊ द्वारा साझा की गई सलाह और तकनीकी जानकारी NamFarmers.com पर निजी फर्मों द्वारा प्रायोजित की जाएगी और इस प्रकार फर्म द्वारा अर्जित राजस्व का 25 प्रतिशत IISR, लखनऊ के साथ साझा किया जाएगा।
समझौता ज्ञापन का स्वागत करते हुए डॉ. पाठक ने बताया कि उन्नत गन्ना उत्पादन प्रौद्योगिकी के प्रसार की अपार संभावनाएं हैं, क्योंकि संस्थान ने पहले ही उत्पादन और संरक्षण प्रौद्योगिकियों के साथ अनेक उन्नत गन्ना किस्में विकसित की हैं, जिनका हितधारकों के बीच तेजी से प्रसार किए जाने की आवश्यकता है।
डॉ. सिंह, एडीजी (सीसी), आईसीएआर ने बताया कि आईसीएआर-आईआईएसआर, लखनऊ ने किसानों की आय दोगुनी करने के लिए पीपीपी मोड के तहत डीएससीएल शुगर्स के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर करने के बाद आशाजनक परिणाम दिखाए हैं और किसानों की आय दोगुनी से अधिक हो गई है।
कार्यक्रम के प्रधान वैज्ञानिक एवं नोडल अधिकारी डॉ. ए.के. साह ने कहा कि यह समझौता ज्ञापन देश भर के गन्ना उत्पादकों के एक बड़े वर्ग तक गन्ना उत्पादन, संरक्षण और प्रसंस्करण प्रौद्योगिकियों को पहुंचाने में सहायक होगा, जिससे किसानों की आय में वृद्धि होगी।