यह हरी सब्जी शरीर से यूरिक एसिड को बाहर निकाल सकती है।
आजकल लोगों में हाई यूरिक एसिड की समस्या काफी बढ़ गई है। गलत खान-पान और गतिहीन जीवनशैली के कारण शरीर में यूरिक एसिड की मात्रा बढ़ जाती है। हम सभी के शरीर में मौजूद यूरिक एसिड एक अपशिष्ट पदार्थ है। जब शरीर में यूरिक एसिड का स्तर बढ़ जाता है तो यह परेशानी का कारण बनता है। जब प्यूरीन नामक रसायन टूटता है तो यूरिक एसिड बनता है। किडनी इसे फिल्टर करके पेशाब के जरिए बाहर निकाल देती है। लेकिन जब यूरिक एसिड की मात्रा बढ़ने लगती है या कभी-कभी किडनी ठीक से काम नहीं करती तो यह क्रिस्टल के रूप में जोड़ों में इकट्ठा हो जाता है। यहीं से समस्या शुरू होती है। यूरिक एसिड बढ़ने पर जोड़ों में दर्द, सूजन और किडनी में पथरी होने का खतरा रहता है।
हालांकि, आप डाइट के जरिए शरीर में बढ़े हुए यूरिक एसिड को कंट्रोल कर सकते हैं। इसके लिए अपनी डाइट में कुछ खास चीजों को शामिल करें। यूरिक एसिड को कंट्रोल करने के लिए अपनी डाइट में लौकी को शामिल करें। रोजाना लौकी खाने से शरीर में यूरिक एसिड का लेवल कंट्रोल में रहता है।
यूरिक एसिड के लिए लौकी कितनी फायदेमंद है?
डायटीशियन स्वाति सिंह के अनुसार, यूरिक एसिड के मरीजों के लिए लौकी बहुत फायदेमंद सब्जी है। लौकी में विटामिन बी, विटामिन सी, आयरन, फोलेट, पोटैशियम और मैग्नीशियम जैसे विटामिन और मिनरल पाए जाते हैं। ये सभी पोषक तत्व हड्डियों को मजबूत बनाते हैं और उनसे जुड़ी समस्याओं को दूर करते हैं। लौकी में फाइबर और पानी की अच्छी मात्रा होती है। जिससे यह शरीर में जमा गंदगी को बाहर निकालने में मदद करता है। लौकी शरीर को डिटॉक्स करती है और प्यूरीन को क्रिस्टल बनने से रोकती है। गठिया में लौकी खाना बहुत फायदेमंद होता है और यह वजन कम करने में भी मदद करता है।
यूरिक एसिड में लौकी का सेवन कैसे करें?
यूरिक एसिड के मरीज़ बहुत कम मसाले वाली लौकी की सब्जी खा सकते हैं। इसके अलावा आप लौकी का जूस भी पी सकते हैं। लौकी का जूस बनाने के लिए लौकी को छीलकर काट लें और मिक्सी में पीस लें। इसे छानकर इसमें 1 चुटकी नमक मिलाएं और इस जूस को सुबह खाली पेट पिएं। इससे यूरिक एसिड को काफी हद तक कंट्रोल किया जा सकता है। आप चाहें तो लौकी का सूप, लौकी का गूदा, लौकी का रायता भी खा सकते हैं। ये चीज़ें शरीर में यूरिक एसिड के लेवल को कम करेंगी।
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