सर्दियों के दौरान अपने दिल के स्वास्थ्य का प्रबंधन करने के लिए टिप्स
उत्तर भारत में तापमान में गिरावट के साथ शीत लहर की स्थिति जारी है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने भविष्यवाणी की है कि दिल्ली में इस सप्ताह तापमान में गिरावट देखी जा सकती है और शुक्रवार तक न्यूनतम तापमान 5 डिग्री सेल्सियस हो सकता है। ऐसे ठंडे मौसम की स्थिति में, अपने स्वास्थ्य, विशेषकर अपने दिल का ख्याल रखना महत्वपूर्ण हो जाता है।
सर्दियाँ आपके दिल पर असर डालती हैं और इसलिए, यह महत्वपूर्ण है कि आप सतर्क रहें। ठंड के कारण आपकी रक्त वाहिकाएं सिकुड़ जाती हैं जिससे आपके रक्तचाप का स्तर बढ़ सकता है। जब आपको उच्च रक्तचाप होता है, तो इससे दिल का दौरा और स्ट्रोक का खतरा बढ़ जाता है।
इसके अलावा, यदि आप कोरोनरी हृदय रोग से पीड़ित हैं, तो सर्दी आपकी स्थिति को और खराब कर सकती है क्योंकि इससे एनजाइना या सीने में दर्द हो सकता है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि ठंड के कारण आपकी कोरोनरी धमनियां सिकुड़ जाती हैं।
साथ ही, शरीर के स्वस्थ तापमान को बनाए रखने में सक्षम होने के लिए आपके हृदय को ठंड में अधिक मेहनत करनी पड़ती है। जब सर्दी की हवा चल रही हो तो यह और भी मुश्किल हो जाता है क्योंकि आपके शरीर की गर्मी तेजी से कम होने लगती है। ये सभी कारक आपके लिए सर्दियों के दौरान अपने हृदय स्वास्थ्य के प्रति सावधान रहना अनिवार्य बनाते हैं।
सर्दियों के दौरान अपने हृदय संबंधी स्वास्थ्य को प्रबंधित करने के लिए यहां कुछ सुझाव दिए गए हैं।
गर्म कपड़े पहनें: तापमान में अचानक गिरावट से बचने के लिए कपड़ों की परत लगाएं और हाथ-पैरों को ढकें। रक्तचाप की निगरानी करें: नियमित रूप से अपने रक्तचाप पर नज़र रखें, खासकर यदि आपको उच्च रक्तचाप है। सुरक्षित रूप से सक्रिय रहें: नियमित व्यायाम में संलग्न रहें लेकिन ठंड के मौसम में अत्यधिक परिश्रम से बचें। स्वास्थ्यवर्धक भोजन करें: हृदय स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए संतुलित आहार बनाए रखें, विशेष रूप से छुट्टियों के मौसम में। तनाव सीमित करें: ध्यान या विश्राम व्यायाम जैसी तनाव कम करने वाली तकनीकों का अभ्यास करें। अंदर आएँ: यदि आप बाहर समय बिता रहे हैं तो खुद को गर्म होने के लिए ब्रेक दें। अधिक शराब से बचें: शराब आपको वास्तव में गर्मी का एहसास करा सकती है जो ठंड में बाहर रहने पर विशेष रूप से खतरनाक हो सकता है। अपने हाथ बार-बार धोएं: श्वसन संक्रमण से दिल का दौरा पड़ने का खतरा बढ़ सकता है। सहायता: यदि आपके पास हृदय रोग के नए लक्षण हैं, तो सहायता प्राप्त करने के लिए प्रतीक्षा न करें, भले ही छुट्टी हो।
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