नई दिल्ली, 8 सितंबर (पीटीआई) आप सूत्रों ने रविवार को बताया कि पांच अक्टूबर को होने वाले हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस के साथ गठबंधन पर अभी तक कोई अंतिम निर्णय नहीं लिया गया है।
नामांकन दाखिल करने की अंतिम तिथि 12 सितंबर है।
आप के एक सूत्र ने बताया, ”बातचीत चल रही है, लेकिन अभी तक कोई अंतिम फैसला नहीं हुआ है।” इससे पहले दिन में आप के राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा ने कहा कि कांग्रेस और उनकी पार्टी दोनों अपनी व्यक्तिगत आकांक्षाओं को किनारे रखकर हरियाणा चुनाव के लिए गठबंधन बनाने की कोशिश कर रहे हैं।
चड्ढा ने कहा कि हालांकि गठबंधन पर पार्टियों के बीच अभी आम सहमति नहीं बन पाई है, लेकिन बातचीत सकारात्मक दिशा में आगे बढ़ रही है और उन्हें अच्छे नतीजे की उम्मीद है।
हालांकि, उन्होंने कहा कि अगर दोनों पक्षों के लिए जीत वाली स्थिति नहीं बनती है तो आप गठबंधन पर आगे नहीं बढ़ेगी।
उन्होंने पीटीआई वीडियोज से कहा, “बातचीत सकारात्मक माहौल में हो रही है। दोनों पार्टियां एकता और हरियाणा के लोगों की मांगों को प्राथमिकता देते हुए एक साथ चुनाव लड़ने की दिशा में काम कर रही हैं, जबकि व्यक्तिगत पार्टी और उम्मीदवार की आकांक्षाओं को अलग रखा गया है।”
उन्होंने कहा, “सीट बंटवारे पर हर बात पर टिप्पणी नहीं की जा सकती। दोनों पार्टियों की गठबंधन बनाने की इच्छा और उम्मीद है।”
सूत्रों के अनुसार, आप जहां 10 सीटों की मांग कर रही है, वहीं कांग्रेस उन्हें केवल सात सीटें देने को तैयार है।
हालांकि, चड्ढा ने अब तक हुई सीट बंटवारे की बातचीत के बारे में कोई ब्योरा देने से इनकार कर दिया।
उन्होंने कहा, “हम नामांकन दाखिल करने की अंतिम तिथि 12 सितंबर से पहले ही निर्णय ले लेंगे। यदि कोई जीत वाली स्थिति नहीं बनती है तो हम इसे छोड़ देंगे। बातचीत चल रही है, अच्छी चर्चा हो रही है। मुझे उम्मीद है कि इसका कोई अच्छा निष्कर्ष निकलेगा।”
इससे पहले, भारतीय राष्ट्रीय विकास समावेशी गठबंधन (इंडिया) के सहयोगी कांग्रेस और आप ने दिल्ली, हरियाणा और गुजरात में लोकसभा चुनावों के लिए सीट बंटवारे पर समझौता किया था।
हरियाणा में आप के प्रदेश अध्यक्ष सुशील गुप्ता राज्य में लोकसभा चुनाव में पार्टी के एकमात्र उम्मीदवार थे। वे भाजपा के नवीन जिंदल से हार गए।
गुप्ता ने हाल ही में कहा था कि आप हरियाणा में सभी 90 विधानसभा सीटों पर “राज्य के लोगों के साथ गठबंधन करके” मजबूती से चुनाव लड़ने के लिए तैयार है।
कांग्रेस और आप ने पंजाब में स्वतंत्र रूप से लोकसभा चुनाव लड़ा था।
(यह रिपोर्ट ऑटो-जेनरेटेड सिंडिकेट वायर फीड के हिस्से के रूप में प्रकाशित की गई है। हेडलाइन के अलावा, एबीपी लाइव द्वारा कॉपी में कोई संपादन नहीं किया गया है।)
यह भी पढ़ें: बजरंग पुनिया को वॉट्सऐप पर मिली जान से मारने की धमकी, कहा- ‘कांग्रेस छोड़ दो वरना अच्छा नहीं होगा’