पूर्व विदेश मंत्री के नटवर सिंह का लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया। पारिवारिक सूत्रों ने रविवार को यह जानकारी दी। सिंह (93) ने गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में अंतिम सांस ली। वह पिछले कुछ हफ्तों से यहां इलाज करा रहे थे।
एक पारिवारिक सूत्र ने बताया, “उनका बेटा अस्पताल में है और उनके अंतिम संस्कार के लिए उनके पैतृक राज्य से कई और परिवार के सदस्य दिल्ली आ रहे हैं। वह पिछले कुछ समय से अस्वस्थ थे।” सूत्र ने बताया कि शनिवार देर रात उनका निधन हो गया।
पूर्व कांग्रेस सांसद सिंह, तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के नेतृत्व वाली यूपीए-I सरकार के दौरान 2004-05 की अवधि के लिए भारत के विदेश मंत्री थे।
1931 में राजस्थान के भरतपुर जिले में जन्मे सिंह एक अनुभवी राजनयिक थे। उन्होंने कूटनीति के क्षेत्र में अपने राजनीतिक जीवन में बहुत अनुभव प्राप्त किया। कांग्रेस नेता महाराजा के जीवन से लेकर विदेशी मामलों की बारीकियों तक के विषयों पर एक विपुल लेखक भी थे।
उन्होंने कई किताबें लिखीं, जिनमें ‘द लिगेसी ऑफ नेहरू: ए मेमोरियल ट्रिब्यूट’ और ‘माई चाइना डायरी 1956-88’ शामिल हैं। उनकी आत्मकथा का नाम ‘वन लाइफ इज नॉट इनफ’ है।
राष्ट्र के प्रति उनकी सेवा के लिए 1984 में उन्हें पद्म भूषण से सम्मानित किया गया।
(पीटीआई इनपुट्स के साथ)
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