चिकमगलूर, 10 सितंबर — शिरडी घाट में हाल ही में हुए भूस्खलन और वायनाड में हुई दुखद घटना के बाद, कर्नाटक वन विभाग ने चिकमगलूर वन क्षेत्र में संचालित होमस्टे और रिसॉर्ट को नोटिस जारी किया है। इस कार्रवाई का उद्देश्य पश्चिमी घाट क्षेत्र में अनधिकृत निर्माण से जुड़ी चिंताओं को दूर करना है।
मुल्लायनगिरी, इनाम दत्तात्रेय बाबा बुदनस्वामी दरगाह और चंद्रद्रोण पीक के आसपास के होमस्टे और रिसॉर्ट्स को नोटिस जारी किए गए हैं। डीएफओ रमेश बाबू के नेतृत्व में वन अधिकारियों ने संपत्ति मालिकों को अपने भूमि राजस्व दस्तावेज कार्यालय में जमा करने का निर्देश दिया है।
बार-बार होने वाली घटनाओं और सुरक्षा संबंधी चिंताओं के मद्देनजर वन विभाग ने 2015 से स्थापित अनधिकृत होमस्टे और रिसॉर्ट्स की समीक्षा का आदेश दिया था। विभाग ने चेतावनी दी है कि वन भूमि पर अतिक्रमण करने वाले किसी भी निर्माण को बिना किसी अपवाद के हटा दिया जाएगा।
हाल ही में की गई यह कार्रवाई पारिस्थितिकी दृष्टि से संवेदनशील पश्चिमी घाटों में अवैध निर्माण को रोकने के लिए वन विभाग द्वारा बढ़ाई गई सतर्कता के बाद की गई है। चिकमगलूर वन क्षेत्र में सभी होमस्टे और रिसॉर्ट संचालकों को अब प्रवर्तन प्रक्रिया के तहत अपने राजस्व रिकॉर्ड उपलब्ध कराने होंगे।