FactCheck: सोशल मीडिया पर प्रसारित हो रही ‘एक परिवार एक नौकरी योजना’ योजना भ्रामक है

FactCheck: सोशल मीडिया पर प्रसारित हो रही 'एक परिवार एक नौकरी योजना' योजना भ्रामक है

घर की खबर

सोशल मीडिया पर एक भ्रामक योजना “एक परिवार एक नौकरी योजना” का वीडियो वायरल हो रहा है। पीआईबी फैक्टचेक ने एक अधिसूचना जारी कर दावा किया है कि यह फर्जी और भ्रामक है।

सोशल मीडिया पर प्रसारित हो रही भ्रामक “एक परिवार एक नौकरी योजना”।

सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने अपनी आधिकारिक तथ्य-जांच शाखा पीआईबी फैक्ट चेक के माध्यम से चेतावनी जारी की “एक परिवार एक नौकरी योजना” शीर्षक के तहत ऑनलाइन प्रसारित की जा रही एक झूठी योजना के बारे में। भारत सरकार के तहत नौकरियों की पेशकश करने का दावा करने वाली यह धोखाधड़ी वाली योजना, ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया के माध्यम से हर परिवार को रोजगार की गारंटी देने का झूठा दावा करके नेटिज़न्स को गुमराह कर रही है।












यूट्यूब और अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर व्यापक रूप से साझा की गई इस फर्जी अधिसूचना में अतिरिक्त लाभों के साथ 35,000 रुपये मासिक वेतन का वादा किया गया है। यह योजना 5वीं से 12वीं कक्षा तक की शैक्षणिक योग्यता वाले व्यक्तियों को लक्षित करती है। फर्जी पोस्ट में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तस्वीरें दिखाई गई हैं ताकि यह गलत धारणा दी जा सके कि यह सरकार समर्थित पहल है।












ध्यान देने योग्य मुख्य तथ्य:

भारत सरकार ने ऐसी कोई “एक परिवार एक नौकरी योजना” शुरू नहीं की है।
रोजगार की गारंटी और ऑनलाइन फॉर्म जमा करने की प्रक्रिया के दावे पूरी तरह झूठे हैं।
नागरिकों से आग्रह है कि वे सतर्क रहें तथा ऐसी किसी भी जानकारी को आधिकारिक सरकारी स्रोतों से सत्यापित करें।
ऐसे घोटालों का शिकार होने से बचने के लिए हमेशा इन पर भरोसा रखें सूचना के विश्वसनीय स्रोत और प्रामाणिक नौकरी अधिसूचनाओं के लिए विश्वसनीय सरकारी चैनलों का संदर्भ लें।

हमेशा याद रखें कि ऐसी कोई भी सामग्री जो आपके सामने आए, उसे रोकें, जांचें और शेयर करें। सरकारी योजनाओं की सटीक जानकारी और अपडेट के लिए आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं और सत्यापित सोशल मीडिया अकाउंट को फॉलो करें।










पहली बार प्रकाशित: 08 सितम्बर 2024, 12:14 IST


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