प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने रॉबर्ट वाड्रा -ब्यूसिनेसमैन और कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी के पति को बुलाया है – तीसरी बार हरियाणा के शिकोहपुर में एक भूमि घोटाले के मामले के संबंध में।
वडरा से पूछताछ क्यों की जा रही है?
इस मामले में शिकोहपुर गांव (गुरुग्राम के पास) में कथित अवैध भूमि सौदे शामिल हैं। ईडी जांच कर रहा है:
चाहे वड्रा की कंपनी को भूमि लेनदेन में अनुचित लाभ मिला हो।
अगर नौकरशाहों और राजनेताओं ने उन्हें नियमों का उल्लंघन करते हुए कम कीमतों पर जमीन खरीदने में मदद की।
इन सौदों में संभावित मनी लॉन्ड्रिंग।
यह महत्वपूर्ण क्यों है?
VADRA कई मामलों में 2015 से ED जांच के अधीन है।
यह उसका तीसरा सम्मन है – यदि वह दिखाई नहीं देता है, तो ईडी सख्त कार्रवाई कर सकता है।
गांधी परिवार से उनके संबंध के कारण मामला राजनीतिक रूप से संवेदनशील है।
आगे क्या होगा?
वडरा को ईडी से पहले पूछताछ के लिए उपस्थित होना चाहिए। यदि एजेंसी को सबूत मिलती है, तो यह हो सकता है:
एक औपचारिक चार्जशीट।
संभावित गिरफ्तारी अगर गलत काम साबित होता है।
विपक्ष का स्टैंड
कांग्रेस इसे राजनीतिक वेंडेट्टा कहती है, यह दावा करते हुए कि भाजपा गांधी परिवार पर दबाव बनाने के लिए वाड्रा को लक्षित कर रही है।
जमीनी स्तर
ईडी के दोहराए गए सम्मन से पता चलता है कि जांच तेज है। इस मामले के कानूनी और राजनीतिक परिणाम हो सकते हैं जो जांचकर्ताओं को पाते हैं।