जैसे-जैसे हरियाणा विधानसभा चुनाव की सरगर्मियां तेज हो रही हैं, चुनाव आयोग द्वारा बांटी गई मतदाता पर्चियों को लेकर एक बड़ा घालमेल सामने आया है। रिपोर्टों से संकेत मिलता है कि इन पर्चियों में विधानसभा चुनाव की सही तारीख के बजाय लोकसभा चुनाव की मतदान तिथि लिखी हुई है, जिससे मतदाताओं के बीच भ्रम की स्थिति पैदा हो रही है। विशेष रूप से, पर्चियों में मतदान की तारीख 25 मई, 2024 बताई गई है, जबकि वास्तविक विधानसभा चुनाव 5 अक्टूबर, 2024 को निर्धारित है। जय बीर, सुनीता देवी और मनोज सहित स्थानीय निवासियों ने मतदाता में अशुद्धियों के बारे में अपनी चिंता व्यक्त की है। पर्चियाँ, चुनाव आयोग की प्रक्रियाओं की जांच को प्रेरित करती हैं।
मतदाता पर्ची को लेकर भ्रम: हरियाणा में बांटी गई मतदाता पर्चियों में विधानसभा चुनाव की तारीख की जगह लोकसभा चुनाव की तारीख 25 मई 2024 गलत अंकित है।
ग्रामीण प्रभाव: हिसार जिले के अदमापुर सहित गांवों के निवासियों ने मतदान की तारीखों को लेकर भ्रम की स्थिति बताई है, जिससे चुनाव आयोग की निगरानी पर सवाल उठ रहे हैं।
स्थानीय आवाज़ें: जय बीर और सुनीता देवी सहित ग्रामीणों ने पुरानी मतदाता पर्चियाँ प्राप्त करने पर अपनी निराशा व्यक्त की, और मतदाता भ्रम की संभावना पर बल दिया।
चुनाव आयोग की जिम्मेदारी: बल्लासमंद के बीएलओ, रवींद्र ने पुष्टि की कि चुनाव आयोग द्वारा भेजी गई मतदाता पर्चियां गलत हैं और इस मुद्दे के लिए पुराने डेटा को जिम्मेदार ठहराया।
मतदाता जनसांख्यिकी: गाँव में कुल 10,651 मतदाता हैं, जिनमें 5,649 पुरुष, 5,000 महिलाएँ और दो तीसरे लिंग के मतदाता शामिल हैं, जिनमें से सभी को ये भ्रामक पर्चियाँ मिलीं।
सुधार की मांग: इस घटना ने चुनाव आयोग के मतदाता डेटा को संभालने के संबंध में चिंता पैदा कर दी है, जिसमें चुनाव से पहले सभी मतदाताओं तक सटीक जानकारी सुनिश्चित करने के लिए तत्काल सुधार की मांग की गई है।