त्योहारी सीजन नजदीक आते ही बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) में दिवाली मुहूर्त ट्रेडिंग की तैयारियां शुरू हो गईं। परंपरागत रूप से, यह दिवाली पर आयोजित किया जाता है। यह एक नए वित्तीय वर्ष की बात करता है, जिससे निवेशकों को शुभ परिस्थितियों में शेयरों में निवेश करने का मौका मिलता है। इस विशेष व्यापारिक सत्र के लिए, ग्रहों की स्थिति के आधार पर चयन किया जाता है और उम्मीद की जाती है कि यह अच्छी किस्मत और समृद्धि लाएगा।
दिवाली मुहूर्त के दौरान व्यापार इस वर्ष, दिवाली मुहूर्त ट्रेडिंग संभवतः 1 नवंबर को होगी, जो संवत 2081 की शुरुआत होगी। बीएसई और एनएसई ने अभी तक सटीक तारीखों की पुष्टि नहीं की है, लेकिन व्यापारियों को पहले से तैयारी करनी चाहिए। इंट्राडे ट्रेडर्स को सत्र बंद होने से कम से कम 15 मिनट पहले अपनी सभी पोजीशन बंद करनी होंगी।
गृह दिग्भज, लक्ष्मी पूजन: यह वह दिन है जब अधिकांश निवेशक इस आशा के साथ दैवीय आशीर्वाद लेकर लक्ष्मी पूजन करते हैं कि उन्हें धन और समृद्धि प्राप्त होगी। यह विश्वास है कि आने वाला वर्ष एक समृद्ध वर्ष की गारंटी है, जिसके परिणामस्वरूप बाजार में आशावाद आया। यह स्टॉक ब्रोकरों के लिए पोर्टफोलियो प्रबंधित करने और नए खाते बंद करने के लिए भी आदर्श है।
मुहूर्त ट्रेडिंग के दौरान बाजार अधिक अस्थिर रहता है और हर गुजरते पल के साथ कीमतों में उतार-चढ़ाव होता रहता है। इसलिए, छोटे निवेशक को भी सतर्क रहना चाहिए और निवेश से पहले सही निर्णय के लिए शोध करने में अतिरिक्त सावधानी बरतनी चाहिए।
दिवाली मुहूर्त ट्रेडिंग का जुनून भारत में इस तिथि के सांस्कृतिक महत्व को रेखांकित करता है, जिसमें से कई लोग अभी भी मानते हैं कि शेयर बाजार उनकी वित्तीय इच्छाओं का सबसे महत्वपूर्ण विस्तार है। उम्मीद है कि मौजूदा तारीख से निवेशकों को एक्सचेंज से आने वाले किसी भी अपडेट की जानकारी रहेगी और वे उन निवेशों को पकड़ने के लिए तैयार रहेंगे जो उनके लक्ष्यों के साथ अच्छी तरह से जुड़े हुए हैं।
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