सिविल एविएशन के महानिदेशालय (DGCA) 12 जून, 2025 को अहमदाबाद में दुर्भाग्यपूर्ण एयर इंडिया क्रैश घटना के बाद ओवरड्राइव में चला गया है, जिसने 260 मानव जीवन को दूर किया था। नियामक अब कुछ बोइंग 737 के ईंधन स्विच और ड्रीमलाइनर बोइंग 787 के ईंधन स्विच पर अनिवार्य चेक चाहता है।
DGCA ने इस निरीक्षण का आदेश क्यों दिया है?
निर्देश विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो (AAIB) द्वारा की गई एक प्रारंभिक रिपोर्ट पर आधारित है, जिसने संकेत दिया कि ईंधन कटऑफ स्विच को अनजाने में कटऑफ की स्थिति में स्थानांतरित कर दिया गया था, जिसके कारण उड़ान के बीच में इंजन की विफलता हुई।
अनुपालन के लिए समय सीमा: 21 जुलाई, 2025
DGCA ने अपने आधिकारिक बयान में, सभी एयरलाइन ऑपरेटरों को यह सुनिश्चित करने के लिए निर्देश दिया है कि इंजन ईंधन स्विच का निरीक्षण 21 जुलाई, 2025 तक समाप्त हो गया है। इसके अलावा, क्षेत्र में विमानन के नियामक विमान, इंजन और भागों के लिए आवश्यक समायोजन को निर्देशित कर रहे हैं, जो कि विमान के डिजाइन या निर्माण की स्थिति के अनुसार प्रस्तुत किए गए हैं।
कौन से विमान प्रभावित हैं?
DGCA द्वारा जारी निर्देश मुख्य रूप से उद्देश्य है:
1। बोइंग 737 श्रृंखला
2। ड्रीमलाइनर श्रृंखला बोइंग 787
एयरलाइन उद्योग में इन विमानों के ऑपरेटरों को यात्रियों के अधिकार और सुरक्षा का पालन करने के लिए त्वरित कदम उठाने चाहिए।