हरमनप्रीत सिंह ने अपनी शानदार उपलब्धियों में एक और उपलब्धि जोड़ ली, जब भारतीय पुरुष हॉकी टीम के कप्तान पेरिस ओलंपिक में सर्वाधिक गोल करने वाले खिलाड़ी बने।
28 वर्षीय स्टार ड्रैग-फ्लिकर स्पेन के खिलाफ कांस्य पदक मैच में आठ गोल के साथ उतरे और पहले से ही सबसे ज़्यादा गोल करने वाले खिलाड़ी थे। उन्होंने दो और शानदार गोल करके अपने स्कोर में इज़ाफा किया और भारत को पेरिस ओलंपिक में कांस्य पदक दिलाने में मदद की।
हरमनप्रीत पेरिस में भारत के लिए संकटमोचक बनकर उभरे, क्योंकि उन्होंने हर अवसर पर आगे आकर सभी बाधाओं के बावजूद जीत हासिल की।
स्टार ड्रैग-फ्लिकर ने यह सुनिश्चित करने में बहुत बड़ी भूमिका निभाई कि भारत न्यूजीलैंड के खिलाफ अपने अभियान की शुरुआत जीत के साथ करे। हरमनप्रीत ने मैच के 59वें मिनट में गोल करके भारत को न्यूजीलैंड के खिलाफ 3-2 से जीत दिलाई।
दूसरे मैच में अर्जेंटीना से 1-0 से पिछड़ने के बाद हरमनप्रीत ने भारत की डूबती नैया को फिर से बचाया। उन्होंने 59वें मिनट में एक आकर्षक गोल करके भारत को अर्जेंटीना के खिलाफ बराबरी दिलाने में मदद की।
आयरलैंड के खिलाफ जीत भी कप्तान के दोहरे प्रदर्शन के कारण मिली और इससे टीम के लिए क्वार्टर फाइनल में जगह सुनिश्चित हो गई।
हरमनप्रीत ने भारत को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ़ जीत का सूखा खत्म करने में भी अहम भूमिका निभाई। उन्होंने टीम के लिए दो शानदार गोल किए और भारत को ओलंपिक में ऑस्ट्रेलिया पर 52 साल में पहली जीत दिलाई।
ग्रुप चरण में भारत को एकमात्र हार गत चैंपियन बेल्जियम के खिलाफ मिली थी, जब हरमनप्रीत गोल करने में असफल रहे थे।
पेरिस ओलंपिक में हॉकी में सर्वाधिक गोल
टीम | खिलाड़ी | लक्ष्य |
भारत | हरमनप्रीत सिंह | 10 |
ऑस्ट्रेलिया | ब्लेक गोवर्स | 7 |
जर्मनी | क्रिस्टोफर रूहर | 5 |
जर्मनी | अलेक्जेंडर हेंड्रिक्स | 5 |
नीदरलैंड | जिप जानसेन | 5 |