गाजियाबाद के इंदिरापुरम में आशियाना ग्रीन्स सोसाइटी के निवासी गंभीर स्वास्थ्य और सुरक्षा संकट का सामना कर रहे हैं। सोसायटी के पीछे की खुली जमीन उगी झाड़ियों और रुके हुए बारिश के पानी के कारण मच्छरों का प्रजनन स्थल बन गई है, जिससे डेंगू, मलेरिया और चिकनगुनिया जैसी बीमारियों का खतरा बढ़ गया है। अहिंसा खंड-2 में स्थित यह खाली मैदान लंबे समय से उपेक्षित है, जिससे यहां नीलगाय और सांप जैसे जंगली जानवरों की आमद के साथ-साथ असामाजिक तत्वों का भी आना-जाना लगा रहता है। इससे न केवल स्वास्थ्य संबंधी चिंताएं बढ़ी हैं बल्कि निवासियों की सुरक्षा को लेकर भी आशंकाएं बढ़ गई हैं।
सोसायटी के पीछे जमा पानी असहनीय बदबू पैदा कर रहा है और मच्छरों की आबादी में भारी वृद्धि में योगदान दे रहा है। मच्छर जनित बीमारियों के फैलने को लेकर निवासियों में चिंता बढ़ती जा रही है। उन्होंने बताया कि मच्छरों की संख्या दिनोदिन बढ़ती जा रही है, जिससे स्थिति और अधिक चिंताजनक हो गई है।
गाजियाबाद विकास प्राधिकरण (जीडीए) से अपील
बढ़ते खतरे के जवाब में, आशियाना ग्रीन्स के रेजिडेंट्स वेलफेयर एसोसिएशन (आरडब्ल्यूए) ने गाजियाबाद विकास प्राधिकरण (जीडीए) के उपाध्यक्ष को पत्र लिखकर तत्काल कार्रवाई का आग्रह किया है। उन्होंने अनुरोध किया है कि सोसायटी के पीछे की जमीन को झाड़ियों से मुक्त कराया जाए और पानी की उचित निकासी की जाए। निवासियों को डर है कि अगर जल्द ही समस्या का समाधान नहीं किया गया तो इससे बड़ी बीमारी फैल सकती है।
आशियाना ग्रीन्स के लोगों को उम्मीद है कि अधिकारी इन स्वास्थ्य खतरों को और फैलने से रोकने के लिए त्वरित कदम उठाएंगे और उनके समुदाय की सुरक्षा सुनिश्चित करेंगे।