कांग्रेस ने 2024 के हरियाणा चुनाव के लिए पहलवान विनेश फोगट को जुलाना से मैदान में उतारा – यहां पढ़ें

कांग्रेस ने 2024 के हरियाणा चुनाव के लिए पहलवान विनेश फोगट को जुलाना से मैदान में उतारा - यहां पढ़ें

जुलाना: हरियाणा में 5 अक्टूबर को होने वाले विधानसभा चुनाव की तैयारियां जोरों पर हैं, वहीं खेल जगत का एक जाना-पहचाना चेहरा राजनीति के मैदान में हलचल मचाने के लिए तैयार है। मशहूर पहलवान और कांग्रेस उम्मीदवार विनेश फोगट जुलाना से अपना नामांकन दाखिल करने की तैयारी कर रही हैं, जो इस क्षेत्र की राजनीतिक गतिशीलता में बड़े बदलाव का संकेत है। भारतीय कुश्ती में एक जाना-माना नाम, फोगट अब अपनी लोकप्रियता और कांग्रेस पार्टी की गति का लाभ उठाकर राज्य के सबसे महत्वपूर्ण निर्वाचन क्षेत्रों में से एक में सत्तारूढ़ भाजपा को चुनौती दे रही हैं।

2024 के हरियाणा चुनावों में प्रतिस्पर्धात्मक दौड़

2019 के चुनावों के बाद से हरियाणा के राजनीतिक परिदृश्य में महत्वपूर्ण बदलाव हुए हैं। 2019 के लोकसभा चुनावों में 58.2% वोट शेयर के साथ भाजपा ने दबदबा बनाया, लेकिन उसी साल बाद में हुए विधानसभा चुनावों में राज्य पर उनकी पकड़ कमज़ोर हो गई और उनका वोट शेयर गिरकर 36.5% रह गया। इस गिरावट ने जननायक जनता पार्टी (JJP) और इंडियन नेशनल लोकदल (INLD) जैसे क्षेत्रीय दलों को बदलते मतदाता आधार का फ़ायदा उठाने का मौक़ा दिया।

भूपेंद्र हुड्डा के नेतृत्व वाली कांग्रेस 2024 के विधानसभा चुनावों में इस गति को आगे बढ़ाने की उम्मीद कर रही है। पार्टी ने 2024 के लोकसभा चुनावों में 43.7% वोट शेयर हासिल करने के बाद फिर से उभार देखा है, जो प्रमुख जनसांख्यिकी के बीच उनके बढ़ते समर्थन का संकेत है। दलित मतदाताओं के बीच कांग्रेस का बढ़ता प्रभाव, जो पहले भाजपा की ओर अधिक झुकाव रखते थे, विशेष रूप से उल्लेखनीय है।

जेजेपी और इनेलो: जाट समर्थन और क्षेत्रीय ताकत

जेजेपी और आईएनएलडी इस दौड़ में मजबूत दावेदार बने हुए हैं, जो कृषि जाट समुदाय के समर्थन पर काफी हद तक निर्भर हैं। दोनों ही पार्टियां हरियाणा की ग्रामीण राजनीति में गहराई से पैठ बनाए हुए हैं और राज्य के कृषि क्षेत्र में उनका प्रभाव काफी महत्वपूर्ण बना हुआ है। इस बीच, भाजपा ने अपना ध्यान गैर-जाट अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) वोट को मजबूत करने पर केंद्रित कर दिया है, एक ऐसा क्षेत्र जिसमें उन्हें पिछले चुनावों में सफलता मिली थी। मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर और नायब सिंह सैनी गैर-जाट आधार को आकर्षित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं, जिससे इन समुदायों के बीच भाजपा की स्थिति मजबूत हुई है।

हालांकि, भूपेंद्र हुड्डा के कांग्रेस की कमान संभालने से ऐसी उम्मीदें हैं कि पार्टी जाट वोट बैंक में सेंध लगा सकती है, जिससे क्षेत्रीय ताकतें कमजोर हो सकती हैं। कांग्रेस के टिकट पर विनेश फोगट जैसी प्रमुख हस्ती की मौजूदगी से एक और दिलचस्प बात जुड़ गई है, क्योंकि वह ग्रामीण और शहरी दोनों ही मतदाताओं को आकर्षित करने के लिए तैयार हैं, जो उनकी खेल उपलब्धियों की प्रशंसा करते हैं और उनके व्यावहारिक व्यक्तित्व से जुड़ते हैं।

विनेश फोगाट का राजनीतिक पदार्पण: जुलाना में एक नई चुनौती

विनेश फोगट के राजनीति में प्रवेश ने हरियाणा की कुश्ती परंपरा से जुड़े जुलाना निर्वाचन क्षेत्र के मतदाताओं में उत्साह भर दिया है। हरियाणा के कुश्ती समुदाय के एक प्रतिष्ठित परिवार से आने वाली फोगट से उम्मीद की जा रही है कि वे अपने व्यक्तिगत ब्रांड का लाभ उठाएंगी और युवा, पहली बार मतदान करने वाले मतदाताओं से जुड़ेंगी। कांग्रेस भाजपा और क्षेत्रीय दलों के गढ़ में सेंध लगाने के लिए उनकी अपील पर भरोसा कर रही है, जिससे दौड़ में एक नया आयाम जुड़ जाएगा।

जैसे-जैसे चुनाव की तारीख नजदीक आ रही है, सभी की निगाहें जुलाना पर टिकी होंगी, जहां विनेश फोगाट का अभियान स्थापित राजनीतिक खिलाड़ियों के साथ मुकाबला करेगा, जो एक बेहद प्रतिस्पर्धी मुकाबला बनता जा रहा है।

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