‘केवल राजस्व जुटाने की कवायद’: कांग्रेस ने एनटीए पर छात्रों के हितों की बजाय मुनाफे को प्राथमिकता देने का आरोप लगाया

Congress Accuses NTA of Prioritising Profits Over Students Future Modi Govt Education Ministry Rajya Sabha


कांग्रेस पार्टी ने रविवार को राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (एनटीए) पर लाखों भारतीय युवाओं के भविष्य की तुलना में राजस्व सृजन को प्राथमिकता देने का आरोप लगाया, आरोप लगाया कि एजेंसी ने पिछले छह वर्षों में 448 करोड़ रुपये का मुनाफा कमाया है। कांग्रेस के संचार प्रभारी महासचिव जयराम रमेश ने 31 जुलाई को राज्यसभा में शिक्षा मंत्रालय में राज्य मंत्री सुकांत मजूमदार के जवाब के बारे में एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर विवरण साझा किया।

रमेश ने कहा, “नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) नीट घोटाले के केंद्र में है। यह शिक्षा मंत्रालय का एक निकाय है जिसका एकमात्र उद्देश्य निजी विक्रेताओं को आउटसोर्सिंग के माध्यम से काम करना है। न केवल इन विक्रेताओं की साख अक्सर संदिग्ध होती है, बल्कि एनटीए का अध्यक्ष भी एक ऐसा व्यक्ति है जो मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग का अध्यक्ष रह चुका है, जिसमें बड़े घोटाले हुए हैं।”

राज्यसभा में अपने जवाब में मजूमदार ने बताया कि एनटीए ने अनुमानित 3,512.98 करोड़ रुपये एकत्र किए, जबकि इसने परीक्षाओं के संचालन पर 3,064.77 करोड़ रुपये खर्च किए, जिसके परिणामस्वरूप पिछले छह वर्षों में 448 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ हुआ। रमेश ने बताया कि इस अधिशेष का उपयोग एजेंसी की खुद परीक्षा आयोजित करने की क्षमता बनाने या अपने विक्रेताओं के लिए विनियामक और निगरानी क्षमताओं को मजबूत करने के लिए नहीं किया गया था।

रमेश ने कहा, “भारत के लाखों युवाओं का भविष्य अंततः गैर-जैविक प्रधानमंत्री की सरकार के लिए महज राजस्व जुटाने का एक प्रयास बन गया है।”

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शिक्षा मंत्री ने एनटीए द्वारा परीक्षाओं के लिए ‘विशेष’ एजेंसियों के उपयोग पर चिंता जताई

2018 में स्थापित, NTA ने 5.4 करोड़ से ज़्यादा उम्मीदवारों को शामिल करते हुए 240 से ज़्यादा परीक्षाएँ आयोजित की हैं। यह एक आत्मनिर्भर संगठन के रूप में काम करता है, जिसका वित्तपोषण इसके द्वारा एकत्र की गई परीक्षा फीस से होता है। इन फीसों से मिलने वाला राजस्व काफ़ी ज़्यादा रहा है, फिर भी इसके संचालन की प्रभावशीलता और पारदर्शिता को लेकर सवाल उठते हैं।

शिक्षा मंत्रालय में राज्य मंत्री सुकांत मजूमदार के जवाब में उल्लेख किया गया है कि एनटीए अपनी स्थापना के बाद से ही परीक्षा शुल्क संग्रह के माध्यम से आत्मनिर्भर रहा है, जिससे हर साल पर्याप्त राजस्व प्राप्त होता है। परीक्षा आयोजित करने के लिए विभिन्न परिचालन और सुरक्षा उपायों में विशेषज्ञ/अनुभवी एजेंसियों की भागीदारी होती है।

मंत्रालय ने कहा, “प्रतियोगी परीक्षाओं की संवेदनशीलता को देखते हुए, उनके सुचारू और निष्पक्ष संचालन के लिए विभिन्न परिचालन और सुरक्षा उपाय किए जाते हैं। इन उपायों में बायोमेट्रिक कैप्चरिंग, तलाशी, सीसीटीवी निगरानी, ​​एआई एनालिटिक्स जैसी सेवाएं प्रदान करने के लिए विशेष/अनुभवी एजेंसियों को शामिल करना शामिल है, ताकि किसी भी संभावित प्रतिरूपण की पहचान की जा सके, परीक्षा आयोजित करना आदि।”

एनटीए में कार्यरत महिलाओं और अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति के कर्मचारियों का प्रतिशत दिया गया, जिसमें प्रतिनियुक्ति पर कार्यरत कर्मचारियों में महिलाएं 17.3% और अनुसूचित जाति के कर्मचारी 13% थे।



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