भाजपा सांसद कंगना रनौत ने मंगलवार को हिमाचल प्रदेश में बादल फटने से प्रभावित इलाकों का दौरा किया। मीडिया से बात करते हुए उन्होंने आपदा से विस्थापित लोगों के लिए धन आवंटन को लेकर मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुखू की आलोचना की।
रनौत ने कहा, “विस्थापित लोगों को केंद्र सरकार के कोष से आवंटित 7 लाख रुपये नहीं मिले हैं। राज्य सरकार को क्षेत्र के लोगों के लिए कोई भावना नहीं है… इस पर विशेष जांच होनी चाहिए।”
#घड़ी | शिमला, हिमाचल प्रदेश: भाजपा सांसद कंगना रनौत ने कहा, “राज्य सरकार की हालत सभी को दिखाई दे रही है। विस्थापित लोगों को केंद्र सरकार के कोष से आवंटित 7 लाख रुपये नहीं मिले हैं। राज्य सरकार के मन में विस्थापितों के प्रति कोई संवेदना नहीं है।” https://t.co/iW6jmC7kuQ pic.twitter.com/Bm6E6GCCRY
— एएनआई (@ANI) 6 अगस्त, 2024
मंडी के सांसद ने कहा कि कुल्लू में मलाणा का संपर्क टूट गया है और ग्रामीणों ने पुल बनाने का सहारा लिया है।
पीटीआई ने उनके हवाले से कहा कि राज्य सरकार ने समेज गांव के निवासियों की मदद के लिए कुछ नहीं किया, जो अचानक आई बाढ़ से सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ है। शिमला से करीब 148 किलोमीटर दूर स्थित इस गांव में 30 से ज्यादा लोग लापता हैं।
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उन्होंने कहा कि केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने हिमाचल प्रदेश को सहायता का आश्वासन दिया है, “लेकिन धनराशि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू द्वारा बनाए गए ‘खाड़े’ के माध्यम से आएगी।”
मानसून की शुरुआत से अब तक पहाड़ी राज्य को 684 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। पीटीआई ने राज्य आपातकालीन संचालन केंद्र के हवाले से बताया कि भारी बारिश और उससे जुड़ी आपदाओं में 87 लोगों की मौत हो गई है।