केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने शनिवार (3 अगस्त) को कहा कि सरकारी दूरसंचार कंपनी बीएसएनएल के ग्राहकों की संख्या बढ़ रही है और स्वदेशी 4जी नेटवर्क भी तैयार है। उन्होंने कहा कि इसे 5जी में बदलने के लिए काम चल रहा है। केंद्रीय संचार मंत्री ने कहा कि आत्मनिर्भर भारत के तहत स्वदेशी तकनीक वाला 4जी नेटवर्क तैयार है और कुछ ही महीनों में भारत संचार निगम लिमिटेड (बीएसएनएल) के जरिए इसकी सेवाएं पूरे देश में उपलब्ध हो जाएंगी।
संचार मंत्री ने क्या कहा?
सिंधिया ने संवाददाताओं से कहा, “कई लोगों ने पूछा था कि जब जियो, एयरटेल और वोडाफोन ने 4जी नेटवर्क शुरू किया तो बीएसएनएल ने क्यों नहीं? यह प्रधानमंत्री का संकल्प था कि अगर हमें सरकारी कंपनी का नेटवर्क विकसित करना है तो हम चीन या किसी अन्य विदेशी देश के उपकरणों का उपयोग नहीं करेंगे।”
उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि यह स्पष्ट रूप से निर्णय लिया गया है कि स्वदेशी प्रौद्योगिकी विकसित की जाएगी।
सिंधिया ने कहा, “पीएम मोदी ने आत्मनिर्भर भारत के तहत संकल्प लिया है कि भारत अपना स्वयं का 4 जी स्टैक, कोर सिस्टम या टावर विकसित करेगा जिसे रेडिएशन एक्सेस नेटवर्क (आरएएन) कहा जाता है। भारत अपनी तकनीक विकसित करेगा और देशवासियों को 4 जी नेटवर्क देगा और इसमें हमें डेढ़ साल लग गए। भारत अपनी स्वदेशी तकनीक रखने वाला पांचवां देश बन गया है।” उन्होंने कहा कि टावर लगाने का काम चल रहा है।
उन्होंने कहा कि तेजस नेटवर्क, सी-डॉट और टीसीएस जैसी भारतीय कम्पनियां विभिन्न क्षेत्रों में काम कर रही हैं और बीएसएनएल इसे क्रियान्वित कर रहा है।
उन्होंने कहा, “हम अक्टूबर के अंत तक 80,000 टावर लगा देंगे और शेष 21,000 टावर अगले साल मार्च तक लगा देंगे। इसका मतलब है कि मार्च 2025 तक 4जी नेटवर्क के एक लाख टावर लगा दिए जाएंगे। इससे तेजी से डाउनलोड करने और टेलीविजन देखने में मदद मिलेगी।”
बीएसएनएल 4जी से 5जी?
उन्होंने विश्वास जताया कि सरकार जल्द ही 4जी से 5जी तक की “यात्रा पूरी” कर लेगी।
उन्होंने कहा, “हम इस 4G कोर पर 5G का उपयोग कर सकते हैं। हमें 5G सेवाओं के लिए टावरों में कुछ बदलाव करने होंगे और इस पर काम चल रहा है। हम जल्द ही 4G से 5G तक का सफर पूरा कर लेंगे।”
सिंधिया ने यह भी दावा किया कि कई दूरसंचार ग्राहक निजी सेवा प्रदाताओं से बीएसएनएल की ओर जा रहे हैं। उन्होंने कहा, “हमने उन्हें आश्वासन दिया है कि हमारी सेवा शीघ्र होगी।”
(पीटीआई इनपुट्स के साथ)
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