13 सितंबर, 2024 — पूर्व भाजपा सांसद प्रताप सिम्हा ने मांड्या के नागमंगला में हाल ही में हुई सांप्रदायिक हिंसा के संबंध में कड़ी चेतावनी जारी करते हुए कहा है कि अगर मुसलमानों के पास मौजूद पेट्रोल बम और तलवारें जब्त नहीं की गईं, तो उनकी पार्टी मामले को अपने हाथ में ले लेगी।
मैसूर में पत्रकारों को संबोधित करते हुए सिम्हा ने गणेश जुलूस के दौरान हिंसा की पुनरावृत्ति को रोकने के लिए तत्काल कार्रवाई की आवश्यकता पर जोर दिया। सिम्हा ने घोषणा की, “हमें मुसलमानों के पास मौजूद सभी पेट्रोल बम और तलवारें जब्त करनी चाहिए। अगर अधिकारी ऐसा करने में विफल रहते हैं, तो हमें खुद कार्रवाई करने के लिए मजबूर होना पड़ेगा।” उन्होंने स्थिति से निपटने के लिए राज्य सरकार की आलोचना की और चेतावनी दी कि कानून और व्यवस्था में किसी भी तरह की गिरावट के लिए प्रशासन को जिम्मेदार ठहराया जाएगा।
सिम्हा की यह टिप्पणी मांड्या के नागमंगला में गणेश उत्सव के जुलूस के दौरान हुई झड़पों के बाद आई है, जहाँ पत्थर फेंके गए और उसके बाद दंगे भड़क गए। उन्होंने सरकार से कथित उपद्रवियों पर नियंत्रण कड़ा करने और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने का आग्रह किया।
गणेश जुलूस हिंसा पर अपनी टिप्पणियों के अलावा, सिम्हा ने कथित वाल्मीकि विकास निगम घोटाले को लेकर मुख्यमंत्री सिद्धारमैया की भी आलोचना की। उन्होंने सिद्धारमैया पर इस घोटाले के लिए सीधे तौर पर जिम्मेदार होने का आरोप लगाया और कहा कि मुख्यमंत्री का इस्तीफा अपरिहार्य है। सिम्हा ने कहा, “वाल्मीकि निगम में दुरुपयोग किए गए धन का इस्तेमाल बल्लारी लोकसभा चुनावों और शराब की खरीद के लिए किया गया, जो भ्रष्टाचार का एक स्पष्ट मामला है।”
सिम्हा ने महिषा दशहरा उत्सव का भी विरोध किया और इस बात पर जोर दिया कि इसे चामुंडी पहाड़ी पर नहीं मनाया जाना चाहिए। उन्होंने अपने रुख का बचाव करते हुए कहा कि ऐसे आयोजन सार्वजनिक रूप से नहीं बल्कि निजी तौर पर आयोजित किए जाने चाहिए।