कानपुर के ऐतिहासिक ग्रीन पार्क स्टेडियम में एक बड़ा घोटाला सामने आया है, जिसके बारे में सांसद रमेश अवस्थी ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से औपचारिक शिकायत दर्ज कराई है। विवाद स्टेडियम के भीतर प्रमुख स्थान को पट्टे पर देने से संबंधित कथित कुप्रबंधन और वित्तीय अनियमितताओं से जुड़ा है।
₹16 लाख की संपत्ति ₹1.2 लाख में किराए पर दी गई
टीवी9 भारतवर्ष की एक रिपोर्ट के अनुसार, स्टेडियम का एक हिस्सा जिसकी कीमत ₹16 लाख प्रति माह है, उसे मात्र ₹1.2 लाख में एक रेस्टोरेंट को किराए पर दे दिया गया। किराए की राशि में भारी अंतर ने गड़बड़ी की आशंका जताई है। अब इस बात पर सवाल उठ रहे हैं कि यह सौदा इतनी कम कीमत पर क्यों किया गया, कई लोगों का अनुमान है कि इससे स्टेडियम को काफी वित्तीय नुकसान हुआ है।
समझौते में अजीब शर्तें
इसी रिपोर्ट में किराए के समझौते में असामान्य प्रावधानों पर प्रकाश डाला गया है। कथित तौर पर रेस्तरां को नौ महीने तक बिना किराए के संचालन की अनुमति दी गई, जिससे स्टेडियम को करोड़ों रुपये का संभावित नुकसान हुआ। ऐसी उदार शर्तों ने आक्रोश पैदा कर दिया है, आलोचकों ने निर्णय लेने की प्रक्रिया की गहन जांच की मांग की है।
निःशुल्क पास और अप्रतिबंधित प्रवेश
समझौते का एक और चिंताजनक पहलू यह है कि स्टेडियम में होने वाले प्रत्येक मैच के लिए रेस्तरां प्रबंधन को 200 निःशुल्क पास दिए जाने का प्रावधान है। इसके अतिरिक्त, रेस्तरां के कर्मचारियों को मैचों के दौरान पूरे स्टेडियम में बेरोकटोक घूमने की अनुमति दी गई थी, जो गंभीर सुरक्षा चिंताएँ पैदा करता है।
सांसद रमेश अवस्थी की शिकायत
इन खुलासों के मद्देनजर सांसद रमेश अवस्थी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के समक्ष औपचारिक रूप से इस मुद्दे को उठाया है और निष्पक्ष जांच की मांग की है। अवस्थी ने कुप्रबंधन के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है और ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो, इसके लिए जवाबदेही की आवश्यकता पर बल दिया है।
यह मामला अब व्यापक ध्यान आकर्षित कर रहा है और उम्मीद है कि राज्य सरकार ग्रीन पार्क स्टेडियम में कथित अनियमितताओं को दूर करने के लिए त्वरित और निर्णायक कदम उठाएगी।