मोहम्मद बब्लू ढाका के डिमरा गांव के रहने वाले हैं
दिल्ली पुलिस ने राष्ट्रीय राजधानी में अवैध रूप से रह रहे बांग्लादेशी नागरिकों पर कार्रवाई जारी रखी है। वसंत कुंज थाना क्षेत्र में गुरुवार को अवैध रूप से रह रहे एक बांग्लादेशी को पकड़ा गया। मोहम्मद बब्लू ढाका के डिमरा गांव का रहने वाला है जिसे एफआरआरओ की मदद से निर्वासित किया जा रहा है. दक्षिण पश्चिम जिले द्वारा हाल ही में कुल 25 बांग्लादेशियों को बांग्लादेश निर्वासित किया गया है।
एक अधिकारी ने कहा कि दिल्ली पुलिस ने 11 बांग्लादेशी नागरिकों की पहचान की है और उन्हें निर्वासित कर दिया है जो राजधानी में अवैध रूप से रह रहे थे। पुलिस उपायुक्त (दक्षिण-पश्चिम) सुरेंद्र चौधरी ने कहा, दक्षिण-पश्चिम दिल्ली के महिपालपुर में चलाए गए एक अभियान के दौरान, 15 बांग्लादेशी नागरिक बिना वैध दस्तावेजों के होटलों में ठहरे हुए पाए गए।
इनके अलावा पिछले रविवार को साउथ दिल्ली पुलिस ने 7 बांग्लादेशियों को डिपोर्ट किया था. कुल 33 बांग्लादेशियों को निर्वासित किया गया है। विभिन्न जिलों में कई और संदिग्ध बांग्लादेशियों की पहचान की गई है जिनके दस्तावेजों का सत्यापन किया जा रहा है।
21 से 48 वर्ष की आयु के निर्वासित लोग बांग्लादेश के विभिन्न जिलों से थे, जिनमें कमिला, गाज़ीपुर, ढाका और सुनामगंज शामिल थे। अधिकारी ने कहा, उन्होंने पर्यटक वीजा पर भारत में प्रवेश करने और शर्तें समाप्त होने के बाद भी दिल्ली में रहने की बात स्वीकार की।
महाराष्ट्र में 9 बांग्लादेशी गिरफ्तार
महाराष्ट्र में भी कार्रवाई जारी है. मिली प्रारंभिक जानकारी के मुताबिक, ठाणे के वर्तक नगर इलाके में छापेमारी के दौरान पुलिस ने तीन बांग्लादेशी महिलाओं की पहचान की, जिनके पास उचित दस्तावेज नहीं थे. पुलिस ने पासपोर्ट एक्ट की धाराओं के तहत कार्रवाई की। पूछताछ में महिलाओं ने बताया कि वे एक होटल में वेटर का काम करती थीं. महाराष्ट्र आतंकवाद निरोधी दस्ते (एटीएस) ने बुधवार तक नौ बांग्लादेशी नागरिकों को अवैध रूप से भारत में प्रवेश करने और उचित दस्तावेजों के बिना देश में रहने के आरोप में गिरफ्तार किया है। इसके साथ ही एटीएस ने पिछले महीने एक विशेष अभियान के तहत 19 मामलों में 43 बांग्लादेशी नागरिकों को गिरफ्तार किया है. ताजा कार्रवाई पिछले चार दिनों में मुंबई, नासिक, नांदेड़ और छत्रपति संभाजीनगर में स्थानीय पुलिस की मदद से की गई। उन्होंने कहा, नौ बांग्लादेशी नागरिकों – आठ पुरुष और एक महिला – को गिरफ्तार किया गया। अधिकारी ने बताया कि आरोपियों ने फर्जी दस्तावेजों का इस्तेमाल कर आधार कार्ड बनवाये। उन्होंने बताया कि पुलिस ने उनके खिलाफ विदेशी अधिनियम और अन्य प्रासंगिक कानूनी प्रावधानों के तहत पांच मामले दर्ज किए हैं।