केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सरकारी और सरकारी सहायता प्राप्त स्कूल में कक्षा 9 से 12 तक पढ़ने वाले छात्रों को 116 करोड़ रुपये की छात्र छात्रवृत्ति वितरित की है। ये छात्रवृत्तियां नमो लक्ष्मी और नमो सरस्वती विज्ञान साधना योजनाओं के तहत वितरित की गई हैं। इन छात्रवृत्तियों की घोषणा गांधीनगर में आयोजित एक कार्यक्रम में की गई और इसमें गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल, शिक्षा मंत्री कुबेर डिंडोर, शिक्षा राज्य मंत्री प्रफुल्ल पंशेरिया और अन्य प्रमुख मंत्री और अधिकारी शामिल हुए।
नमो लक्ष्मी योजना क्या है?
नमो लक्ष्मी योजना एक ऐसी योजना है जो माध्यमिक और उच्चतर माध्यमिक कक्षाओं में पढ़ने वाली महिला छात्रों को वित्तीय सहायता प्रदान करती है। इस योजना का मुख्य उद्देश्य गुजरात में महिला छात्रों को सशक्त बनाना और लड़कियों की स्कूल छोड़ने की दर को कम करना है।
इस योजना की मदद से छात्राओं को कक्षा 9 और 10 में 10 महीने तक 500 रुपये प्रति माह मिलेंगे। कक्षा 10वीं की बोर्ड परीक्षा उत्तीर्ण करने के बाद 10,000 रुपये की अतिरिक्त राशि दी जाएगी।
कक्षा 11 और 12 में छात्रों को 10 महीने तक 750 रुपये प्रति माह मिलेंगे। 15,000 रुपये की राशि 12वीं कक्षा की बोर्ड परीक्षा उत्तीर्ण करने के बाद दी जाएगी। इस छात्रवृत्ति योजना के एक भाग के रूप में, महिला छात्राएं कक्षा 9 से 12 तक अपनी शिक्षा का समर्थन करने के लिए चार वर्षों के लिए 50,000 रुपये तक प्राप्त कर सकती हैं।
नमो सरस्वती विज्ञान साधना योजना क्या है?
इस छात्रवृत्ति योजना का मुख्य उद्देश्य छात्रों को 10वीं कक्षा उत्तीर्ण करने के बाद विज्ञान स्ट्रीम में आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित करना है। इस योजना की मदद से सरकार 11वीं और 12वीं कक्षा के 2,50,000 से अधिक छात्रों को 1,000 रुपये प्रति माह प्रदान करेगी। प्रारंभ में, छात्रों को 11वीं कक्षा में पढ़ाई के दौरान 10,000/- रुपये मिलेंगे। इसी प्रकार पात्र विद्यार्थियों को 12वीं कक्षा में अध्ययन के दौरान 10,000/- रुपये प्रदान किये जायेंगे। कक्षा 12वीं की बोर्ड परीक्षा उत्तीर्ण करने के बाद छात्रों को शेष 5,000/- रुपये की राशि प्रदान की जाएगी।
दोनों छात्रवृत्ति योजनाओं के शुरू होने के बाद से नामांकन प्रक्रिया में वृद्धि देखी गई है। आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, शैक्षणिक वर्ष 2023-2024 से 2024-2025 तक कक्षा 9 से 12 तक महिला छात्रों के नामांकन में लगभग छह प्रतिशत की वृद्धि देखी गई है। इसी प्रकार, छात्रवृत्ति योजना कार्यक्रम के कारण कक्षा 11 से 12 में विज्ञान स्ट्रीम चुनने वाले छात्रों के प्रतिशत में लगभग 10 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।