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राष्ट्रीय राजधानी में गंभीर वायु प्रदूषण के कारण सोमवार को पंजाब में पराली जलाने के 1,250 मामले सामने आए। यह इस मौसम में एक ही दिन में पराली जलाने की सबसे अधिक संख्या है। इसके साथ ही राज्य में पराली जलाने के मामलों की कुल संख्या 9,655 तक पहुंच गई।
राष्ट्रीय राजधानी में वायु प्रदूषण के सबसे प्रमुख कारणों में से एक पराली जलाना रहा है। 6 नवंबर को, केंद्र सरकार ने किसानों को रोकने के लिए पराली जलाने पर जुर्माना दोगुना कर दिया। पांच एकड़ से अधिक भूमि वाले लोगों के लिए जुर्माना बढ़ाकर 30,000 रुपये कर दिया गया। दो एकड़ से कम जमीन वाले किसानों को अब 2,500 रुपये से बढ़ाकर 5,000 रुपये पर्यावरण मुआवजा देना होगा।