अजमेर दरगाह विवाद: शिव मंदिर के दावों पर मुस्लिम समूह की प्रतिक्रिया, कोर्ट ने अगली सुनवाई की तारीख तय की

अजमेर दरगाह विवाद: शिव मंदिर के दावों पर मुस्लिम समूह की प्रतिक्रिया, कोर्ट ने अगली सुनवाई की तारीख तय की

अजमेर दरगाह विवाद: अजमेर में ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती दरगाह पर विवाद ने इन आरोपों के साथ तूल पकड़ लिया है कि दरगाह के भीतर एक शिव मंदिर मौजूद है। दक्षिणपंथी संगठन हिंदू सेना ने निचली अदालत में याचिका दायर कर मामले की जांच की मांग की है. कोर्ट ने याचिका स्वीकार कर ली है और सभी संबंधित पक्षों को नोटिस जारी किया है. इस मामले में अगली सुनवाई 20 दिसंबर को होनी है.

याचिका पर विचार करने के अदालत के फैसले के जवाब में, दरगाह चलाने वाली अंजुमन समिति इस कदम का कड़ा विरोध कर रही है। समिति के सचिव ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो साझा किया जहां उन्होंने एकता और विविधता को बढ़ावा देने में दरगाह की भूमिका को रेखांकित किया, जिसमें कहा गया कि यह दरगाह अफगानिस्तान से इंडोनेशिया तक आध्यात्मिकता के एक महत्वपूर्ण केंद्र के रूप में कार्य करती है।

मामला दोनों समुदायों के बीच तनाव पैदा कर रहा है क्योंकि वे अदालत में अगली सुनवाई के लिए तैयार हैं, मुस्लिम पक्ष दरगाह की पवित्रता और ऐतिहासिक महत्व की वकालत कर रहा है, जबकि हिंदू सेना मंदिर के दावे की उचित जांच का आग्रह कर रही है। 20 दिसंबर का फैसला क्षेत्र के धार्मिक और सांस्कृतिक परिदृश्य में एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हो सकता है।

Exit mobile version