आयकर विभाग ने वित्त वर्ष 2024-25 के लिए रिकॉर्ड तोड़ 7.28 करोड़ आयकर रिटर्न (आईटीआर) दाखिल करने की घोषणा की, जो पिछले वर्ष की 31 जुलाई की समयसीमा तक दाखिल किए गए 6.77 करोड़ रिटर्न से 7.5% की वृद्धि को दर्शाता है। करदाताओं के एक महत्वपूर्ण हिस्से, लगभग 72% ने नई कर व्यवस्था को चुना, जिसके तहत 5.27 करोड़ रिटर्न दाखिल किए गए, जबकि पुरानी व्यवस्था के तहत 2.01 करोड़ रिटर्न दाखिल किए गए थे।
उच्च फाइलिंग दिवस और ई-सत्यापन
31 जुलाई, 2024 को दाखिल किए गए अधिकतम दिन पर 69.92 लाख आईटीआर दाखिल किए गए। ई-फाइलिंग पोर्टल ने 3.2 करोड़ सफल लॉगिन के साथ उच्च ट्रैफ़िक को कुशलतापूर्वक प्रबंधित किया। 6.21 करोड़ से अधिक आईटीआर ई-सत्यापित किए गए, जिनमें से 93.56% आधार-आधारित ओटीपी के माध्यम से थे।
नये करदाता और कर आधार विस्तार
विभाग को पहली बार आयकर रिटर्न दाखिल करने वालों से 58.57 लाख आयकर रिटर्न प्राप्त हुए, जो कर आधार में वृद्धि का संकेत है। अकेले जुलाई 2024 में TIN 2.0 भुगतान प्रणाली ने 91.94 लाख से अधिक चालान संसाधित किए।
करदाता समर्थन और पहुंच
ई-फाइलिंग हेल्पडेस्क ने लगभग 10.64 लाख करदाताओं के प्रश्नों का समाधान किया। व्यापक शैक्षिक अभियान और कई भाषाओं में रचनात्मक पहुंच ने अनुपालन और समय से पहले फाइलिंग को बढ़ावा देने में मदद की।
विभाग ने फाइलिंग के चरम समय को कुशलतापूर्वक प्रबंधित किया और 58.57 लाख पहली बार फाइल करने वालों के साथ अपने करदाता आधार का उल्लेखनीय विस्तार किया। व्यापक समर्थन और शैक्षिक अभियानों ने सफल फाइलिंग सीजन में योगदान दिया।
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