पेट के ट्यूमर के 5 शुरुआती चेतावनी संकेत जिन्हें आपको नज़रअंदाज नहीं करना चाहिए
पेट में होने वाले ट्यूमर को पेट का ट्यूमर या पेट का ट्यूमर भी कहा जाता है। जब पेट में मौजूद असामान्य कोशिकाओं के जमा होने से ऊतकों की असामान्य वृद्धि होने लगती है तो पेट में ट्यूमर बन जाता है। ट्यूमर पेट के किसी भी हिस्से में हो सकता है, जैसे आंतों, पेट की दीवार या पेट के अन्य अंगों में। पेट के ट्यूमर कैंसरयुक्त (घातक) या गैर-कैंसरयुक्त (सौम्य) हो सकते हैं। जब पेट में असामान्य सूजन या गांठ बन जाती है तो उसे पेट का ट्यूमर कहा जाता है।
पेट में ट्यूमर के लक्षण अक्सर शुरुआत में साधारण होते हैं। लेकिन समय के साथ ट्यूमर का आकार बढ़ता जाता है, जिससे लक्षण गंभीर हो सकते हैं। ऐसे में समय पर इलाज पाने के लिए इसके लक्षणों पर ध्यान देना जरूरी है। आइए जानते हैं पेट में ट्यूमर होने पर क्या लक्षण होते हैं।
1. पेट में सूजन या गांठ
पेट में ट्यूमर होने की स्थिति में व्यक्ति को पेट में सूजन या गांठ का अनुभव हो सकता है। यह गांठ धीरे-धीरे बड़ी हो सकती है और छूने पर दर्द हो सकता है। अगर आपको ऐसे लक्षण महसूस हो रहे हैं तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
2. पेट दर्द
पेट में ट्यूमर होने पर व्यक्ति को गंभीर पेट दर्द का अनुभव हो सकता है। यह दर्द लगातार हो सकता है और अक्सर समय के साथ बढ़ता जाता है। ट्यूमर का आकार बढ़ने पर दर्द की तीव्रता भी बढ़ सकती है। अगर आप ऐसे लक्षणों का अनुभव कर रहे हैं तो आपको डॉक्टर की मदद लेनी चाहिए।
3. अचानक वजन कम होना
बिना किसी प्रयास के अचानक, तेजी से वजन कम होना भी पेट के ट्यूमर का संकेत हो सकता है। इस स्थिति में व्यक्ति को भूख कम लगने लगती है। अगर आपका वजन बिना किसी स्पष्ट कारण के तेजी से घट रहा है तो तुरंत डॉक्टर से सलाह लें और इसकी जांच कराएं।
4. पाचन संबंधी समस्याएं
पेट में ट्यूमर के कारण पाचन प्रक्रिया प्रभावित होती है, जिससे कब्ज, दस्त, सीने में जलन, अपच, मतली और उल्टी जैसी समस्याएं हो सकती हैं। अगर आपको लंबे समय से पाचन संबंधी समस्या हो रही है तो एक बार डॉक्टर से सलाह लें और चेकअप कराएं।
5. अत्यधिक थकान और कमजोरी
पेट में ट्यूमर होने पर शरीर में पोषक तत्वों की कमी हो जाती है, जिसका असर शरीर की ऊर्जा पर पड़ता है। इससे इंसान को हमेशा थकान और कमजोरी महसूस होती है। यदि आप उचित आहार और पर्याप्त आराम के बावजूद थकान और कमजोरी महसूस करते हैं, तो आपको डॉक्टर से परामर्श लेना चाहिए।
यह भी पढ़ें: अध्ययन में कहा गया है कि रोजाना एक गिलास दूध पीने से कोलोरेक्टल कैंसर का खतरा कम करने में मदद मिल सकती है