हिमाचल प्रदेश में बादल फटने से 1 की मौत, 53 सड़कें बंद, IMD ने और बारिश की आशंका जताई | पूरी रिपोर्ट
हिमाचल प्रदेश के कई हिस्सों में भारी बारिश जारी रहने के कारण बुधवार सुबह सिरमौर जिले में बादल फटने से एक व्यक्ति की मौत हो गई और बुनियादी ढांचे को भारी नुकसान पहुंचा है। इस घटना से सड़कें बंद हो गईं और लोगों का दैनिक जीवन अस्त-व्यस्त हो गया। बादल फटने से परदोनी गांव में रंगी की मौत हो गई, जो मलबे में दब गया जबकि पोंटा उपमंडल के अंबोया इलाके में चार पाइपलाइनें ढह गईं। सिरमौर के डिप्टी कमिश्नर सुमित खिमटा ने बताया कि टोक नगला पुल के ढहने से कई गांव राजमार्गों से कट गए हैं।
व्यापक सड़कें बंद
खराब मौसम के कारण राज्य में कुल 53 सड़कें बंद हो गईं, जिनमें से अकेले सिरमौर में 32 सड़कें बंद हो गईं। प्रभावित अन्य जिलों में कांगड़ा, मंडी, कुल्लू और शिमला शामिल हैं, जिससे निवासियों के लिए यात्रा और भी जटिल हो गई। इसके अलावा, 248 बिजली व्यवस्थाएं क्षतिग्रस्त हो गईं, जिससे समुदाय प्रभावित हुए।
मौसम की चेतावनियाँ और वर्षा का पूर्वानुमान
क्षेत्रीय मौसम ब्यूरो ने बुधवार को राज्य के अलग-अलग इलाकों में भारी बारिश के लिए ‘नारंगी’ चेतावनी जारी की और शुक्रवार को गरज और बिजली गिरने के लिए लाल चेतावनी जारी की। बारिश के आंकड़ों से पता चला है कि सिरमौर के धौलाकुआं में सबसे अधिक 301.5 मिमी बारिश दर्ज की गई।
बाढ़ का बढ़ता जोखिम और जारी चुनौतियाँ
अधिकारियों ने शुक्रवार तक शिमला, सिरमौर और कांगड़ा समेत कई जिलों में कम से मध्यम स्तर की बाढ़ के खतरे की चेतावनी दी है। स्थानीय लोगों ने बताया कि खराब मौसम के कारण पोंटासाहब और शलाई में शिक्षण संस्थान दिन भर के लिए बंद कर दिए गए हैं।
मानसून ऋतु का प्रभाव
इस मानसून सीजन में अब तक बारिश से जुड़ी 185 मौतें हो चुकी हैं और 28 लोग लापता बताए जा रहे हैं। राज्य को अब तक 19 प्रतिशत कम बारिश के साथ 1,332 करोड़ रुपये का नुकसान होने का अनुमान है।
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